संक्रामक रोग से बचने के उपाय Secrets



इस शृंखला में हम नये नियमों के वैज्ञानिक आधार, सुरक्षा आधार और विशेषज्ञों के विचार जानेंगे।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्णय लिया कि ज़ोकोवा की स्वीकृति का आवेदन इस नयी व्यवस्था के तहत किया जाए। विशेषज्ञों की समिति ने खाने वाली इस नयी दवा की समीक्षा की है। हालाँकि, विशेषज्ञ समिति स्वीकृति देने के अंतिम निर्णय तक पहुँचने में दो बार विफल रही। उन्होंने कहा कि इस दवा की प्रभावकारिता के बारे में गहराई के लाथ गंभीर चर्चा आवश्यक है। अंततः नवम्बर में तीसरे दौर की चर्चा में ज़ोकोवा को स्वीकृति दी गयी।

हम व्यापक संक्रमण-रोधी उपाय अपनाकर उसे फैलने से रोक सकते हैं। माना जाता है कि ओमिक्रोन का प्रसार, परिजनों के बीच होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए घर पर भी बचाव के व्यापक उपाय करना ज़रूरी है। ओमिक्रोन के, संक्रमण का मुख्य प्रकार बन जाने के बाद, संक्रमित व्यक्तियों के निकट संपर्क वाले लोगों के लिए प्रतिबंधों में ढील दे दी गयी है। हालाँकि, हम में से प्रत्येक के लिए वायरस-रोधी उपाय अपनाना जारी रखना आवश्यक है। सरकार की कोरोनावायरस सलाहकार समिति के प्रमुख ओमि शिगेरु ने एनएचके को दिये साक्षात्कार में कहा कि संक्रमण के उच्च जोखिम वाली स्थितियों और परिस्थितियों में कोई बदलाव नहीं आया है। ओमिक्रोन के चलते लोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों या ऐसे स्थलों से बचने का प्रयास करने का आह्वान किया जा रहा है जहाँ पर लोग ऊँची आवाज़ में बात किया करते हैं। उन्होंने लोगों से यह अनुरोध भी किया कि वे बुज़ुर्ग लोगों से मिलने से पहले कोरोनावायरस जाँच करायें। उन्होंने जोड़ा कि प्रत्येक व्यक्ति को महामारी के अपने अनुभव से प्राप्त ज्ञान का उपयोग करते हुए संक्रमण को रोकने के उपाय करने चाहिए।

किसी भी रोग के होने की पहली आवश्यकता रोग के कारक हैं। रोग कारक जीवित या अजीवित दोनों में से एक या दोनों ही हो सकते हैं। एक रोग के लिए कोई एक कारक या अनेक कारक भी हो सकते हैं। रोग से सम्बन्धित उल्लेखनीय कारक निम्न हैं-

विशेषज्ञों द्वारा जारी एक दस्तावेज़ में चेतावनी दी गयी है कि लोगों में एंटीबॉडी के कम स्तर के कारण गंभीर ज़ुकाम का प्रकोप फैल सकता है।

विकिमीडिया कॉमन्स, बर्नार्ड ड्यूपॉन्ट

इस पोर्टल का विकास भारत विकास प्रवेशद्वार-एक राष्ट्रीय पहल के एक भाग के रुप में सामाजिक विकास के कार्यक्षेत्रों की सूचनाएं/ जानकारियां और सूचना एवं प्रौद्योगिकी पर आधारित उत्पाद व सेवाएं देने के लिए किया गया है। भारत विकास प्रवेशद्वार, भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक पहल और प्रगत संगणन विकास केंद्र (सी-डैक), हैदराबाद के द्वारा कार्यान्वित है।

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इस टेस्‍ट के जर‍िए हड्ड‍ियों से संबंध‍ित गंभीर रोगों के बारे में जानकारी म‍िलती है। इस जांच के जर‍िए कैंसर और अर्थराइट‍िस जैसी गंभीर बीमार‍ियों का पता चलता है। यह जांच कराने के ल‍िए, डॉक्‍टर आपसे हड्ड‍ियों से संबंध‍ित श‍िकायतों की जानकारी ले सकते हैं। 

स्विमिंग पूल, नदी-तालाब में स्नान के माध्यम से फैलने वाले संक्रामक रोग :

जापान सरकार ने वायरस के प्रमुख उप-प्रकारों और उनकी विशेषताओं में परिवर्तन सहित टीकाकरण में प्रगति को देखते हुए, कोरोनावायरस महामारी पर अपनी नीति परिवर्तित की है। उदाहरण के लिए सरकार ने अपनी नीति में एक बदलाव यह किया कि बिना लक्षण वाले रोगी घर पर ही स्वास्थ्य-लाभ ले सकते हैं। परिस्थितियाँ बदलने पर घर से बाहर जाने और व्यावसायिक गतिविधियों पर लगे प्रतिबंधों की भी सरकार ने समीक्षा की।

‘पाकिस्तान में हिंसा के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार’, मरियम नवाज here बोलीं- हमें इमरान समर्थक जज नहीं चाहिए

नागासाकि विश्वविद्यालय के विषाणु विज्ञान या वायरोलोजी के विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर फ़ुरुसे युकि का कहना है कि दुनिया की आधी आबादी के बारे में कहा जा रहा है कि वह अब ओमिक्रोन से संक्रमित हो चुकी है और इस तरह से अलग-अलग बने उप-प्रकारों ने व्यापक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता से बचने के लिए सामान्य उत्परिवर्तन प्राप्त कर लिया होगा। उनका कहना है कि कोरोनावायरस पहले ही कई बार उत्परिवर्तित हो चुका है और अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह मनुष्यों के लिए अनुकूल होगा या फिर उत्परिवर्तित होता चला जाएगा।

इस समूह अंतर्गत संक्रमण रोगी व्यक्ति की त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली से बाहर आता है और शारीरिक या यौन सम्पर्क के दौरान स्वस्थ व्यक्ति में उसकी त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली के माध्यम से प्रवेश करता है। इस प्रकार का संक्रमण अप्रत्यक्ष रूप से भी संक्रमित पदार्थों के द्वारा फैल सकता है जैसे काज़ल तीली और रूमाल से ट्रैकोमा, तौलिये के द्वारा गोनोरियल वल्वोवेजिनिटिस और जुराबों के द्वारा दाद-खाज ।

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